छोटू शर्मा आज के समय में हम सबके लिए प्रेरणा की एक मिसाल है. छोटू शर्मा आज अपनी मेहनत के दम पर करोडों के मालिक बन चुके है. आइये जानते हैं छोटू शर्मा के चपरासी से लेकर मालिक बनने तक की सफलता के सफर के बारे में
जानिए छोटू शर्मा के शुरुआती जीवन से जुड़ी कहानी
हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गाँव में छोटू शर्मा का जन्म हुआ. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा एक छोटे से सरकारी स्कूल से करी और उसके बाद साल साल 1998 में उन्होंने बीए में ढलियारा कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरा करा. बीए में ग्रेजुएशन करने के बाद नौकरी की तलाश में चंडीगढ़ पहुंचे, लेकिन बीए डिग्री के आधार पर नौकरी कहां से मिलती है, उनके साथ भी यही हुआ.
वे जहां भी इंटरव्यू देने जाते थे, वहां सभी ही उनसे एक प्रोफेशनल डिग्री मांगते थे जो उन पर नहीं होती थी. आखिर तमाम कोशिशों के बाद एक दोस्त की सलाह पर उसने कंप्यूटर कोर्स करने का सोचा. क्योंकि उस समय कंप्यूटर कोर्स करने वालों के लिए नौकरियां बहुतायत में थीं, लेकिन किस्मत ने उन्हें यहां भी परखना शुरू कर दिया. क्योंकि किसी भी तरह का कंप्यूटर कोर्स करने के लिए उनके जेब में पैसे नहीं थे.
एप्टेक कंप्यूटर सेंटर में जानिए छोटू शर्मा की चपरासी बनने की कहानी
छोटू शर्मा ने कंप्यूटर कोर्स करने के लिए चंडीगढ़ के एक स्थानीय ‘एप्टेक कंप्यूटर सेंटर’ से बात करी. लेकिन उनकी फीस बहुत ज्यादा होने के कारण और उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उन्होंने ‘एप्टेक कंप्यूटर सेंटर’ में ही एक चपरासी की नौकरी कर ली. और वहां कंप्यूटर कोर्स में एडमिशन भी ले लिया.
इसके बाद वे दिन भर ‘एप्टेक कंप्यूटर सेंटर’ में चपरासी का काम करते थे और रात में जागकर पढ़ाई करते थे. कंप्यूटर कोर्स पूरे एक साल का था और चपरासी के रूप में उन्हें जो वेतन मिलता था वह बहुत कम था. हालात ऐसे थे कि फीस के पैसे जमा कराने के लिए कई-कई दिनों तक भूखे पेट सोना पड़ता था. लेकिन अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन्होंने आखिरकार रात-दिन एक करके कंप्यूटर कोर्स पूरा कर लिया और एक कंप्यूटर विशेषज्ञ भी बन गए.
जानिए छोटू शर्मा द्वारा अपना खुद का कंप्यूटर सेंटर संस्थान शुरू करने की कहानी
छोटू शर्मा ने दो कमरे के किराये के फ्लैट में अपनी बचत और जमा राशि से अपने सपने और कुछ बड़ा करने की सोच के साथ अपना खुद का कंप्यूटर सेंटर संस्थान शुरू किया. जिसमें धीरे-धीरे उनकी मेहनत रंग लाई और अगले 6 महीने तक उस कंप्यूटर सेंटर संस्थान में 80 से ज्यादा छात्र आने लगे. इसके बाद उन्होंने कंप्यूटर सेंटर इंस्टीट्यूट के लिए और जगह ली, साथ ही कई कंप्यूटर भी लगाए गए. और उनका कंप्यूटर सेंटर संस्थान पूरे चंडीगढ़ में ‘डॉट नेट कोर्स’ के प्रशिक्षण के लिए प्रसिद्ध हो चूका था.
जानिए छोटू शर्मा की ‘सीएस इन्फोटेक’ संस्थान और ‘सीएस सॉफ्ट सॉल्यूशन’ कंपनी शुरू करने की कहानी
छोटू शर्मा ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से वर्ष 2007 में पूरे चंडीगढ़ में कई जगहों पर सीएस इंफोटेक इंस्टीट्यूट नाम से अपना संस्थान खोला. जिसमें आज हजारों बच्चे कंप्यूटर कोर्स कर अपना भविष्य बना रहे हैं. इसके बाद साल 2009 में छोटू शर्मा ने मोहाली में अपनी जमीन खरीदी. और सीएस सॉफ्ट सॉल्यूशन कंपनी शुरू की, जो आज बड़ी कंपनियों को हर तरह की सॉफ्टवेयर संबंधी सेवाएं प्रदान करती है. और इस कंपनी में सैकड़ों कर्मचारी काम कर रहे हैं.