जीवन में हर किसी का कोई न कोई लक्ष्य होता है. हर व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करता होता है. जीवन में लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और सही रणनीति की भी जरूरत होती है वीएसएस मणि, ऐसे व्यक्ति जिन्होंने इसे सच कर दिखाया है. जिसने एक गैरेज से अपना स्टार्टअप शुरू करा था और आज वह जस्ट डायल जैसी करोड़ों की कंपनी के मालिक बन चुके हैं.
वीएसएस मणि का जन्म जमशेदपुर के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. मगर वीएसएस मणि का पालन-पोषण कोलकाता में हुआ था. अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, वीएसएस मणि दिल्ली चले गए थे. यहां वीएसएस मणि ने दिल्ली यूनिवर्सिटी फॉर कॉमर्स एंड चार्टर्ड अकाउंटेंट में एडमिशन लिया.
मगर घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही अधूरी छोड़ दी. परिवार की मदद के लिए उन्होंने येलो पेजे में सेल्समैन के रूप में काम करना शुरू किया.
कंपनी में काम करते हुए मणि ने बिजनेसमैन बनने की सोची. जिसके बाद वे कारोबार से जुड़ी जानकारियां लेने लगे. उन्होंने आस्कमी नाम से एक कंपनी शुरू की, लेकिन ज्यादा सफलता नहीं मिली तो उन्हें यह कंपनी बंद करनी पड़ी.
अपनी गलतियों से सीख लेने के बाद उन्होंने साल 1994 में जस्ट डायल की नींव रखी. जस्ट डायल कंपनी का आइडिया तब आया जब वे येलो पेजेज में नौकरी करते होते थे. इस कंपनी शुरू कर लेने के लिए पैसों की जरूरत थी. फिर उन्होंने उस समय अपनी पत्नी के गहने बेचे और लगभग 50,000 का निवेश कर दिया. फिर उन्होंने जस्ट डायल कंपनी की शुरुआत भी करी दी. फिर कुछ ही दिनों में उन्हें 2 से 3 लाख का मुनाफा हो गया.
वीएसएस मणि ने अपनी कंपनी का विस्तार करने के लिए ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग और टिकट बुकिंग की सुविधा भी शुरू करी. वीएसएस मणि ने छोटे ग्राहकों पर अधिक ध्यान दिया और कुछ ही दिनों में कंपनी का मुनाफा भी तेजी से बढ़ने लगा जिससे की कंपनी दिन-ब-दिन चौगुनी तरक्की करने लगी. जस्ट डायल आज लगभग 2200 करोड़ से अधिक की कंपनी बन चुकी है.
आज जस्ट डायल भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल करे जाने वाली वेबसाइट बन चुकी है. आप इस साइट पर पते और फोन नंबर के साथ कुछ भी आसानी से ढूंढ़ सकते हैं. इतना ही नहीं, वीएसएस मणि की इस कंपनी का प्रमोशन आज के समय में अमिताभ बच्चन जैसे मेगास्टार भी करते हैं.