आज हम एक ऐसी महिला के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसने अपने साहस और मेहनत के दम पर सफलता हासिल की है. हम बात कर रहे है बी-टाउन की देसी गर्ल के नाम से मशहूर हुईं प्रियंका चोपड़ा, जिन्होंने न सिर्फ भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है.
सांवले रंग का लोग उड़ाते थे मजाक
कौन जानता था, बचपन में जिसे हर कोई काली-कलूटी कहकर चिढ़ाया करते थे. वही लड़की एक दिन अपनी खूबसूरती से लोगो का दिल जीत लेगी. प्रियंका चोपड़ा बचपन में सांवले रंग की हुआ करती थीं. प्रियंका को कभी अपनी नाक के आकार के लिए तो कभी अपने सांवले रंग को लेकर ताने सुनने पड़े. यदि उन्हें अपने माता-पिता का खुला समर्थन नहीं मिला होता, तो फिर वह आज इंडस्ट्री पर राज बिलकुल भी नहीं कर रही होतीं.
कभी टॉयलेट में बैठ कर खाती होती थीं चिप्स
झारखंड के जमशेदपुर जिले में जन्मीं प्रियंका 13 साल की उम्र में पढ़ाई के लिए बोस्टन में चली गईं थी. इस अनुभव को लेकर प्रियंका कहती हैं, ‘सिर्फ 13 साल की उम्र में यूएस में होना मेरे लिए एक बड़ा कल्चर-शॉक था. मैं कभी भी किसी कैफेटेरिया में बिलकुल भी नहीं जाती होती थी, क्योंकि मुझे यह बिलकुल भी नहीं पता था कि लाइन में किस तरह से खड़ा होना है,
पेमेंट किस तरह करते हैं या फिर परोसे गए खाने को लेकर किस तरह से जाते हैं. मैं एक बेवकूफ की तरह बिलकुल भी नहीं दिखना चाहती थी. इस वजह से मैं वेंडिंग मशीन से चिप्स खरीद कर और शौचालय में बैठकर कहती होती थी. इस तरह मैंने अपने तीन साल वहां बिताए.
मां के एक निर्णेय ने बदल दी पूरी जिंदगी
जब प्रियंका विदेश से वापस आती थी तो उनकी आंटी उन्हें ‘काली-कलूटी’ कहकर चिढ़ाती होती थीं. किसी भी अन्य बच्चे की तरह, प्रियंका ने अपना आत्मविश्वास खोने लगी थी. दूसरी ओर, उनके पिता ने उन्हें उच्च अध्ययन के लिए ऑस्ट्रेलिया भेजने की तैयारी शुरू कर दी थी. तभी उनकी मां ने ऐसा कदम उठाया, जिससे प्रियंका की जिंदगी बदल गई. जिस विश्वविद्यालय में प्रियंका ने पढ़ने के लिए पासपोर्ट साइज फोटो खिंचवाई थी, उन्हें उनकी मां ने मिस इंडिया प्रतियोगिता में भेज दिया. इतना ही नहीं उन्होंने इस बारे में किसी को बताया तक नहीं.
फिर एक दिन फोन आया कि प्रियंका को उस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए चुना जा चूका है. तब जाकर सभी को इस बात का पता चला. प्रतियोगिता में प्रियंका ने दूसरा स्थान हासिल करा था और उसी साल उन्होंने मिस वर्ल्ड का खिताब भी अपने नाम किया. इसके बाद उन्होंने फिल्मों की ओर रुख करा. उद्योग में कुछ वर्षों के बाद, उन्होंने राष्ट्रीय पुरस्कार जीता और आलोचकों को हर तरह से चुप करा दिया. प्रियंका के नाम ‘फैशन’, डॉन सीरीज, ‘मैरीकॉम’, ‘बर्फी’, ‘कमीने’, ‘एतराज’ जैसी कई सुपरहिट फिल्में हैं. प्रियंका चोपड़ा की कुल सम्पति करीब 270 करोड़ रुपये है.