एक समय था जब विजय शेखर शर्मा महीने के 10 हजार रुपये कमाते होते थे. विजय शेखर शर्मा एक इंजीनियर हैं. साल 2004 में वह अपनी एक छोटी सी कंपनी के जरिए मोबाइल कंटेंट बेचते थे. आज उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर 2.5 खरब डॉलर की कंपनी बना ली है. तो आइए आज जानते हैं विजय शेखर शर्मा की सफलता की कहानी के बारे में.
बेहद मुश्किल भरा रहा विजय का सफर
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में विजय शेखर शर्मा का जन्म हुआ था. उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे और माता एक गृहिणी थीं. विजय शेखर ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अलीगढ़ के एक छोटे से कस्बे हरदुआगंज के एक हिंदी माध्यम के स्कूल से की. जिसके बाद उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. आज के समय में विजय शेखर शर्मा का नाम फोर्स के अरबपतियों की लिस्ट में आता है.
विजय शेखर ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान साल 1997 में इंडिया साइट डॉट नेट नाम से एक वेबसाइट बनाई थी और उसे लाखों रुपये में बेच दिया था. फिर इसके बाद उन्होंने वर्ष 2000 में वन 97 कम्युनिकेशन लिमिटेड की स्थापना करी थी. जिसमें क्रिकेट मैच स्कोर, जोक्स, रिंगटोन और परीक्षा परिणाम जैसी खबरें बताई गईं. यह वन 97 कम्युनिकेशन लिमिटेड पेटीएम की पैरंट कंपनी है.
इस तरह से बदल गई थी कंपनी की किस्मत
आपको बता दें पेटीएम एप्प की शुरुआत करीब एक दशक पहले हुई थी. उस समय यह केवल मोबाइल रिचार्ज कंपनी ही थी. मगर जब उबर ने इस कंपनी को भारत में अपना पेमेंट पार्टनर बनाया तो फिर पेटीएम की किस्मत ही बदल गई. लेकिन साल 2016 में पेटीएम के लिए पासा पलट गया जब भारत ने अचानक एक दिन बड़े नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दिया. उस समय के बाद यह कंपनी तेजी से बढ़ने लगी. उसके बाद इस कंपनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. आज के समय में यह 2.5 खरब डॉलर की कंपनी बन चुकी है.