क्या आपने कभी सोचा है कि एक व्यक्ति को करोड़पति बनने और देश के सबसे अमीर भारतीयों की सूची में शामिल होने में कितना समय लगता है? यदि नहीं तो यहां सिर्फ आपके लिए एक नया उत्पाद है! आज उन्हें भारत का सबसे अमीर युवक माना जाता है, जिसकी सफलता की कहानी सभी को हैरान कर गई है.
34 वर्षीय निखिल कामत आज भारत के सबसे अमीर युवाओं में से एक माने जाते हैं जिन्होंने साझेदारी में अपना व्यवसाय शुरू किया। निखिल ने 40 वर्षीय नितिन कामत के साथ एक बिजनेस आइडिया पर काम किया, जिसने उन्हें सफलता की सीढ़ी चढ़ने और लाभ कमाने में सक्षम बनाया.
असली निखिल और नितिन सगे भाई हैं, जो ज़ेरोधा कंपनी के सह-संस्थापक की भूमिका निभाते हैं. हम आपको बताएंगे कि ज़ेरोधा एक डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म है जो अपने ग्राहकों को ऑनलाइन ट्रेड करने के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करती है. कंपनी पिछले कुछ वर्षों में शुरू हुई थी, लेकिन अपने नाम के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध हो गई.
निखिल को आज भले ही एक युवा भारतीय अमीर माना जाता है, लेकिन एक समय था जब उन्हें लोगों के ताने सुनने पड़ते थे. निखिल को पढ़ना-लिखना पसंद नहीं था, इसलिए वह स्कूल जाकर खेलता था. उसके बाद कम उपस्थिति के कारण निखिल को बोर्ड परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया और बाद में उसे स्कूल छोड़ने का टैग मिल गया.
निखिल ने 14 साल की उम्र में अपने दोस्तों के साथ पुराने फोन खरीदना और बेचना शुरू कर दिया था, इसलिए उन्हें पता था कि ग्राहकों के साथ कैसा व्यवहार करना है. लेकिन जब निखिल की मां को उसके धंधे के बारे में पता चला तो उसने सारे फोन उठाकर टॉयलेट में फेंक दिए.
स्कूल छोड़ने के बाद निखिल को एक कॉल सेंटर में महज 8,000 रुपये में नौकरी मिल गई. निखिल उस समय 17 साल का था, लेकिन एक कॉल सेंटर में काम करना उसके लिए 18 साल का होना बहुत जरूरी था. इसलिए, नौकरी पाने के लिए निखिल ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाया और वयस्क के रूप में काम करना शुरू कर दिया.
एक कॉल सेंटर में काम करने के दौरान निखिल को शेयर बाजार के बारे में जानकारी मिलने लगी, जिसके बाद उन्होंने शेयर बाजार में अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया। शुरुआत में निखिल ने कॉल सेंटर मैनेजर समेत कई कर्मचारियों का पैसा शेयर बाजार में लगाया, जिससे सभी को शानदार रिटर्न मिला.
लेकिन इसके बावजूद निखिल को बहुत से लोगों के चुटकुले और भविष्य के लिए योजनाएं सुननी पड़ीं, भले ही उनके पास व्यवसाय के बारे में एक अनूठा विचार था. निखिल ने 2010 में जिरोधा कंपनी शुरू की थी.
निखिल ने अपने भाई नितिन के साथ अपनी खुद की कंपनी शुरू करने का विचार साझा किया और एक ब्रोकरेज फर्म ज़ेरोधा शुरू की. यहीं से निखिल और नितिन के भारत के अरबपति बनने का सफर शुरू हुआ. ज़ेरोधा ने खरोंच से शुरुआत की, लेकिन कंपनी वर्षों में इतनी बढ़ी कि इसका मालिक सिर्फ 10 वर्षों में अरबपति बन गया. संकट के समय भी जिरोधा कंपनी की संपत्ति 24,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी.
फोर्ब्स मैगजीन ने निखिल और नितिन को 2020 के 100 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल किया है. हाल ही में आईआईएफएल वेल्थ हुरुन ने इंडिया 40 सेल्फ मेड रिच बिजनेसमैन 2020 की लिस्ट जारी की थी, जिसमें निखिल और नितिन कामत का नाम भी शामिल था. सूची से पता चलता है कि 2020 में इन दोनों भाइयों की संपत्ति में 58% की वृद्धि हुई.