कश्मीर से धारा 370 हटाने का फायदा इस प्रेमी युगल से ज्यादा किसी को नहीं हुआ होगा

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जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद पूरे देश में इस फैसले का स्वागत किया गया था. कई लोगों ने इस फैसले की आलोचना भी की. धारा 370 के हटने के साथ ही सोशल मीडिया पर भारतीयों द्वारा कई जोक्स शेयर किए गए थे. कुछ ने कहा कि हम अब कश्मीर की जमीन ले सकते हैं जबकि अन्य ने कहा कि चलो वहां जाएं और अभी खेती करें.

लेकिन देश में किसी को इतना फायदा नहीं हुआ, जितना कराड के एक युवक को धारा 370 हटने से हुआ है. कराड तालुका के उंडाळे गांव के एक युवक अजीत प्रल्हाद पाटिल ने कश्मीर की कली को कराड की बहू बनाकर लाया है. इस जोड़े ने पहले कश्मीरी अंदाज में किस्तवाड़ में शादी की, फिर कराड में महाराष्ट्रियन तरीके से कश्मीरी रिश्तेदारों की मौजूदगी में शादी के बंधन में बंध गए.

अजीत और सुमन की अनोखी प्रेम कहानी है बेहद रोमांटिक-

अजीत पाटिल कश्मीर में भारतीय सेना में सेवारत एक युवक है. वह कराड तालुका के उंडाळे गांव के रहने वाले हैं. अजीत भारतीय सेना में सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करता है. अजीत फिलहाल झांसी में कार्यरत हैं.

उसकी मुलाकात जम्मू-कश्मीर के किस्तवाड़ जिले के जोधानगर पालमार गांव की रहने वाली सुमन देवी भगत से हुई. अजीत को पहली नजर में खूबसूरत सुमन से प्यार हो गया. यहीं से शुरू होती है इनकी लव स्टोरी. उनका बात करना जारी रहा . दोनों अच्छे दोस्त बन गए.

लॉकडाउन की वजह से खिल गया प्यार-

अजीत पाटिल मार्च 2020 में सुमन के परिजनों के साथ कश्मीर में घूमने गए थे. उन्होंने यात्रा के लिए 10 दिन की छुट्टी ली थी. लेकिन अचानक कोरोना ने देश में लॉकडाउन कर दिया. लॉकडाउन की घोषणा के बाद से अजीत कश्मीर में सुमन के घर पर फंसा हुआ था. अजीत को 1-2 नहीं तो 3 महीने सुमन के घर पर रहना पड़ा.

लॉकडाउन का फायदा यह हुआ कि अजीत और सुमन को 3 महीने में ही एक-दूसरे से प्यार हो गया. उनका रिश्ता और भी मजबूत हो गया. सुमन के परिवार को भी अजीत को करीब से देखने का मौका मिला. अजित को उसके परिवार वाले समझ गए थे. इसके बाद इस जोड़े ने शादी करने का फैसला किया. इस बीच अगर धारा 370 लागू होता तो महाराष्ट्र का यह बेटा कश्मीर की कली से शादी नहीं कर पाता. अजीत कहते हैं कि इस धारा को हटाने से मुझे सबसे ज्यादा फायदा हुआ है.

अजीत के परिवार वाले भी तुरंत शादी के लिए राजी हो गए. दोनों ने 27 नवंबर को कश्मीर में शादी की थी. दिसंबर में अजीत पाटिल अपनी पत्नी के साथ कराड लौटे थे.

अजीत की मां के मुताबिक, चूंकि उनका बेटा देश की सेवा में है, इसलिए उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि उनके प्रेम विवाह के बारे में समाज क्या कहेगा. सुमन बहू नहीं बल्कि एक बेटी की तरह है. सुमन ने 12वीं तक पढ़ाई की है. कराड गांव में आकर वह मराठी संस्कृति में रहती हैं. वह साड़ी पहनती है. उन्हें महाराष्ट्र की लाइफस्टाइल और बहू के तौर पर मिलने वाले सम्मान से भी प्यार है.

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