कॉलेज में एक साथ पढ़ने वाले तीन दोस्त अश्वजीत सिंह, अजीत और अरमान सूद को उन दिनों अच्छी कॉफी पीने के लिए नहीं मिली तो उन्होंने इसी परेशानी की ही मदद से कमाई का एक नया जरिया बना डाला. यहीं से ही उन्हें अपने इस नए बिजनेस का आइडिया मिला और उन्होंने अच्छी कॉफी बना लेने को आसान करने की ठान ली. और फिर साल 2016 में इन दोस्तों ने कॉफी बनाने के आइडिया को कारोबार में तब्दील कर दिया और स्लीपी आउल के नाम से कोल्ड ब्रू कॉफी स्टार्टअप की शुरुआत कर दी.
पिछले लगभग दो सालो में स्लीपी आउल की ग्रोथ करीब 100 फीसदी से भी ज्यादा की रही है. भारत में जहां चाय को ही सबसे ज्यादा पसंद करा जाता है, वहीं अब कॉफी को भी धीरे-धीरे बहुत ज्यादा पसंद करा जा रहा है.
स्लीपी आउल के जैसे सेटअप को खड़ा कर लेने में उन तीनो दोस्तों ने शुरुआत लगभग 12 लाख रुपये अपने सेविंग और फैमली से जुटाए. डीएसजी पार्टनर से मिले लगभग 3.5 करोड़ रुपये की फंडिंग के जरिए उनका यह बिजनेस बहुत ही तेजी से ग्रो करने लगा. स्लीपी आउल फिलहाल लगभग 25 हजार से भी ज्यादा ग्राहकों तक अब पहुंच चुकी है.
स्लीपी आउल अपने प्रोडक्ट को ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए बी2बी और बी2सी के प्लेटफॉर्म पर काम करती होती है. यह कंपनी अपनी वेबसाइट के साथ अमेजॉन पर भी अपने इस प्रोजक्ट को बेचती होती है. बी2बी के लिए रेस्त्रां और कैफे में सीधे अपने प्रोडक्ट को पहुंचा लेने के साथ-साथ ही कंपनी कॉर्पोरेट ऑफिस के साथ करार करती होती है, जिससे की ब्रांड वैल्यू बना लेने का काम हर तरफ से ही हो सके.
अभी स्लीपी आउल पॉप अप बेसिस पर केपीएमजी, कॉमिक कॉन में ही मौजूद है. और बता दे कि रिटेल मार्केट में स्लीपी आउल फूडहॉल, मॉडर्न बाजार के जैसे बहुत ही बड़े रिटेल स्टोर्स के साथ भी लोकल शॉपिंग स्टोर में भी मौजूद है.
यह कंपनी कोल्ड ब्रू कॉफी को बनाने के लिए अरेबिका बीन्स का इस्तेमाल करती होती है. स्लीपी आउल इंस्टेंट कोल्ड ब्रू कॉफी को बना लेने के लिए फार्म फ्रेश बीन्स को ग्राइंड कर लगभग 20-24 घंटे तक ब्रू करा जाता है.
स्लीपी आउल की कॉफी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसे बना लेने के लिए हीट का इस्तेमाल बिलकुल भी नहीं होता और इस वजह से कॉफी की ऐसिडिटी और कड़वाहट यह दोनों ही बहुत कम हो जाती है और कॉफी का फ्लेवर भी बहुत ही आता होता है.
स्लीपी आउल की आमदनी इन कई प्लैटफॉर्म से आती होती है, हालांकि लगभग 60-70 फीसदी ऑनलाइन मॉडेल कॉन्ट्रिब्यूट ही करता होता है. ब्रांड लॉयल्टी को भी बढ़ाने के लिए स्लीपी आउल ने सब्सक्रिपशन मॉडल को भी अब शुरू कर दिया है, जिसमें की हर 7 या फिर 15 दिन में कॉफी की डिलीवरी होती ही रहती है. अपने इन प्रोडक्टस को सबसे अलग बनाने में कंपनी के बहुत ही अनोखे नाम और काफी ज्यादा खास पैकेजिंग का भी बहुत ज्यादा अहम रोल रहा है.