सिनेमा की दुनिया में जब से वेब सीरीज का आना शुरू हुआ है, तब से बहुत ही ज्यादा लोग ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की तरफ आकर्षित होने लगे हैं। आज के समय में बहुत से ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म है मगर इस पुरे क्षेत्र में क्रांति लाने का पूरा क्रेडिट सिर्फ स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स को ही जाता है।
डीवीडी बेचकर शुरू करा था अपना सफर
स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स अपने शोज़ और दामों के लिए हमेशा से बाकी सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स से काफी ज्यादा अलग रहा है। आज के समय में भले ही नेटफ्लिक्स के पास करोड़ों में पेड यूजर्स हैं मगर एक समय ऐसा भी था जब स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स मूवी डीवीडी को बेचने का काम करती होती थी। स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स कंपनी को शुरू करने का आइडिया अमेरिकी के उद्योगपति रीड हास्टिंग्स के दिमाग में आया था।
नेटफ्लिक्स शुरू करने का आइडिया आया था जिम में
एक दिन जब रीड हास्टिंग्स जिम में जाकर वर्कआउट कर रहे थे। तब उनके दिमाग में एक आईडिया आया। रीड हास्टिंग्स ने जिम की फीस की तुलना मूवी कैसेट रेंटल से करना शुरू करा। रीड हास्टिंग्स ने यह सोचा कि जिम में जब कोई व्यक्ति पूरे महीने की फीस दे देता है तो फिर वे व्यक्ति जितना मन आए उतना वर्क आउट कर सकता है। तभी रीड हास्टिंग्स ने यह सोचा कि अगर ऐसा ही कुछ कैसेट के किराये के साथ करना शुरू कर दिया जाए तो फिर लोग अपनी मन पसंद फिल्में एक ही दाम में बहुत बार देख सकेंगे।
अमेजन को देखकर मिली प्रेरणा
रीड हास्टिंग्स ने अपने इस नए विचार को कंप्यूटर कार्यकारी मार्क रैंडोल्फ के साथ शेयर करा। ये वो समय था जब ऑनलाइन किताबें बेचने वाली कंपनी अमेजन सफलता की तरफ तेजी से बढ़ रही थी। फिर मार्क रैंडोल्फ ने भी अपनी कंपनी अमेजन के बारे में काफी ज्यादा सोचा और फिर उन्हें रीड हास्टिंग्स का यह आइडिया काफी ज्यादा पसंद आया। उन्होंने इसके बारे में सोच तो लिया था, मगर अब इसे धरातल पर लाना बहुत ही ज्यादा कठिन था क्योंकि रीड डीवीडी की ज्यादा कीमतो से काफी ज्यादा परेशान थे। ऐसे में मार्क ने रीड को डीवीडी ऑनलाइन बेचने का आईडिया दिया।
फिर शुरू हो गया नेटफ्लिक्स का सफर
29 अगस्त, 1997 को, नेटफ्लिक्स की शुरुआत विलमोट रीड हास्टिंग्स जूनियर और मार्क रैंडोल्फ ने स्कॉट्स वैली, कैलिफोर्निया में लगभग 30 कर्मचारियों के साथ करी थी। रीड हास्टिंग्स ने इस नए बिजनेस में लगभग 2.5 मिलियन डॉलर का निवेश करा था। फिर इसके साथ ही स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पूरी दुनिया का पहला ऑनलाइन डीवीडी रेंटल स्टोर बन गया था।
ऑनलाइन डीवीडी स्टोर बना स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म
फिर वर्ष 1998 में कंपनी ने नेटफ्लिक्स डॉट काम नाम से एक वेबसाइट मार्किट में लॉन्च कर दी। अभी डीवीडी वेबसाइट के जरिए बेची जाती और किराए पर भी दी जाती थी। तेजी से सफल हो रही स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स कंपनी ने आगे चल कर सबसे पहली बार सब्सक्रिप्शन सर्विस की शुरुवात कर दी थी। फिर कोई भी यूजर इस सब्सक्रिप्शन सर्विस के जरिए एक महीने के लिए अनलिमिटेड डीवीडी को किराए पर आसानी से ले सकता है।
फिर वर्ष 2000 में स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स कंपनी द्वारा वीडियो ऑन डिमांड सर्विस शुरू करी गई, जिसकी मदद से यूजर वेबसाइट पर जाते और अपनी पसंद की फिल्में और शो देख सकते थे। स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स की पॉपुलैरिटी इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि साल 2005 तक इसके पास लगभग 42 लाख से भी ज्यादा पेड यूजर्स हो गए थे। फिर इसके बाद साल 2007 में इस कंपनी ने स्ट्रीमिंग सर्विस शुरू कर दी।
आज हैं 21 करोड़ पेड यूजर्स
अपनी पहली ओरिजनल सीरिज लिली हैमर वर्ष 2013 में स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने रिलीज करी थी। साल 2014 में एमी अवॉर्ड के दौरान स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ऑरिजनल्स शोज को लगभग 31 नॉमिनेशन और तीन अवॉर्ड प्राप्त हुए। यदि आज के समय की बात करी जाए तो फिर स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के कुल पेड यूजर्स लगभग 21 करोड़ से भी ज्यादा है।