भारतीय मूल के अक्षय रूपरेलिया ने 2015 में वेबसाइट डोरस्टेप्स.को.यूके लॉन्च की और कुछ ही महीनों में ब्रिटेन की 18 सबसे बड़ी रियल एस्टेट एजेंसियों में से एक बन गई, जिसमें ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के अरबपति हैं. उनकी कंपनी की कीमत 12.12 करोड़ (102 करोड़ रुपये) है. रुपेलिया ने अपनी स्थापना के बाद से 100 मिलियन (8.6 अरब रुपये) की संपत्ति को संभालने का दावा किया है.
1 पाउंड 100 भारतीय रुपये है, उन्होंने अपने लिए 500 पाउंड के वेतन से शुरुआत की. जिसे उन्होंने अब 1000 पाउंड कर लिया है। उनकी कंपनी में 12 लोग कार्यरत हैं. उन्होंने बचत से अपने माता-पिता के लिए एक कार भी खरीदी है.
अक्षय के पिता कौशिक (57) रॉयल मेल स्टोरेज ऑफिस में केयर वर्कर हैं और उनकी मां रेणुका (51) विकलांग बच्चों के लिए एक स्कूल में असिस्टेंट टीचर हैं और कैमडेन काउंसिल में बधिर बच्चों की मदद करती हैं. अक्षय के माता-पिता भी नहीं सुन सकते. निवेशकों ने रुपेलिया में अपनी कंपनी के विस्तार के लिए 50 लाख हिस्सेदारी की पेशकश की है.
रुपरेलिया उत्तरी लंदन में क्वीन एलिजाबेथ, बर्नेट लंदन से सीखता है. वे स्कूल और काम को संतुलित करना चाहते हैं. उनके सहपाठी उन्हें एलेन शुगर कहते हैं. एलेन शुगर ब्रिटेन की सबसे बड़ी बुर्जुआ और ‘अपरेंटिस’ कार्यक्रम की स्टार हैं. अक्षय की एजेंसी, जो संपत्ति का कारोबार करती है, क्षेत्र की अन्य एजेंसियों की तुलना में बहुत छोटे पैमाने पर काम करती है. कंपनी संपत्ति को संभालने के लिए केवल 99 पाउंड चार्ज करती है, जबकि अन्य एजेंसियां 800 पाउंड तक चार्ज करती हैं.
यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि इस सरल विधि ने उनके लिए कीमत की गणना की है और अब तक उन्होंने 1050 घर बेचे हैं लेकिन उनकी वेबसाइट के माध्यम से हर हफ्ते 30 घरों का कारोबार किया जा रहा है. डेली मिरर के मुताबिक अब तक की सबसे बड़ी डील 41.4 करोड़ की है.
अक्षय को अपनी वेबसाइट बनाने के लिए अपने रिश्तेदारों से कर्ज लेना पड़ा और आखिरकार 7,000 रुपये में अपनी वेबसाइट शुरू की. शुरू में उन्हें अपने ग्राहकों से कॉल प्राप्त करने के लिए कॉल सेंटर की मदद लेनी पड़ी। स्कूल से निकलने के बाद वह उन कॉलों का जवाब देता था.
अक्षय बताते हैं कि कैसे उन्हें अपने पहले क्लाइंट को पाने के लिए अपनी बहन के पुरुष मित्र को 40 रुपये का भुगतान करना पड़ा. वह व्यक्ति ससेक्स का निवासी था, जहां वह अपना घर 5,485,000 में बेचना चाहता था और एक अन्य अचल संपत्ति का सौदा 150,000 में करना चाहता था. अक्षय को वहां प्रॉपर्टी की तस्वीरें लेने जाना था. उस समय उनके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था. उन्होंने केवल 3 सप्ताह में 670,000 में यह सौदा किया.
उन्हें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा अर्थशास्त्र और गणित के अध्ययन की पेशकश की गई है, जिसे उन्होंने लंबित रखा है. वे अपना सारा समय व्यापार में बिताना चाहते हैं.
यदि आज के युवा अपनी क्षमता को समय रहते पहचान लें और उसी के अनुसार मेहनत करें तो सफलता निश्चित रूप से उनके कदम चूमेगी. जरूरत हो तो अपनी आंतरिक क्षमता को पहचानें और उसका विकास करें.