आप दुनिया के सबसे अमीर खिलाड़ियों में से एक हैं. और आपके घुटने में दर्द होता है. तब आप निश्चित रूप से दुनिया के सबसे अच्छे डॉक्टर से इलाज करवाएंगे. लेकिन उनकी भारतीय टीम के बेहतरीन पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का इलाज एक पेड़ के नीचे बैठे डॉक्टर कर रहे हैं. आपको शायद यकीन ना हो लेकिन ये सच है.
एमएस धोनी को कैप्टन कूल के नाम से जाना जाता है. धोनी के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम ने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता. हालांकि उन्होंने अब क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन उनकी लोकप्रियता कम नहीं हुई है. वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं. उनकी जिंदगी से जुड़ी हर छोटी-बड़ी खबरें सोशल मीडिया के जरिए सामने आती हैं.
हाल ही में खबर आई थी कि एमएस धोनी घुटने के दर्द से जूझ रहे हैं. आपको लगता होगा कि अगर वह इतने बड़े सेलिब्रिटी होते तो धोनी का दर्द किसी नामी अस्पताल में चल रहा होता. लेकिन मैं आपको जानकारी के लिए बताना चाहता हूं कि ये कोई अजीब बात नहीं है. धोनी के घुटने के दर्द का इलाज किसी बड़े अस्पताल में नहीं हो रहा है और 40 रुपये में एक पेड़ के नीचे बैठे डॉक्टर द्वारा इलाज किया जा रहा है.
जी हां, आपने सही पढ़ा, राज्य की राजधानी रांची के पास के एक गांव में कैप्टन कूल एक पेड़ पर बैठे डॉक्टर का इलाज कर रहे हैं. यह डॉक्टर इस गांव में बहुत प्रसिद्ध है और वह औषधीय पौधों की मदद से पारंपरिक तरीके से लोगों का इलाज करता है. वह हर मरीज से सिर्फ 20 रुपये लेते हैं. उन्होंने धोनी से 20 रुपये भी लिए और उनका इलाज किया. धोनी को अपनी दवा से भी काफी राहत मिल रही है.
सिर्फ 40 रुपये में एक दवा से मिली राहत
झारखंड की राजधानी रांची से करीब 80 किलोमीटर दूर गलगली धाम में गाय के दूध, तरह-तरह की जड़ी-बूटियों और छाल का इस्तेमाल कर पारंपरिक दवाएं बनाई जाती हैं. कैप्टन कूल का 4 बार दर्द का इलाज स्थानीय डॉक्टर कर चुके हैं. महेंद्र सिंह धोनी ने अपने माता-पिता के लिए दर्द निवारक दवाएं खरीदीं. वैद्य की दवा उसके माता-पिता के दर्द को ठीक करने के लिए भी कहा जाता है.
घुटने के दर्द में रामबाण है बंदन सिंह की दवा
धोनी का इलाज करने वाले डॉक्टर बंधनसिंह खेरवार हैं. वह रांची में ही नहीं बल्कि कई राज्यों में लोगों का इलाज करते हैं. कहा जाता है कि यहां अलग-अलग राज्यों से लोग इलाज के लिए आते हैं. वैद्यजी की औषधि जोड़ों के दर्द को जड़ से खत्म करती है. वैद्य बंदन सिंह खेरवार धोनी के बारे में कहते हैं कि महेंद्र सिंह धोनी को अपने शानदार प्रदर्शन पर गर्व नहीं है. उनका कहना है कि धोनी एक सामान्य मरीज की तरह उनके पास आते हैं और अपना इलाज कराकर चले जाते हैं.
वैद्य का कहना है कि जब से धोनी उनके पास इलाज के लिए आ रहे हैं, अब काफी लोग उनके पास आ रहे हैं. क्योंकि उन्हें देखने के लिए धोनी के तमाम फैन्स यहां जमा होते हैं. धोनी ने डॉक्टरों के लिए दवाओं की बिक्री भी बढ़ा दी है.
लेकिन भीड़ की वजह से धोनी अब गांव आ जाते हैं लेकिन गाड़ी में दवा लेकर निकल जाते हैं. उन्होंने आगे धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि धोनी बहुत अच्छे और बड़े दिल के इंसान हैं. गांव के कई लोगों ने धोनी के साथ फोटो खिंचवाई है. उन्होंने कभी किसी को फोटो लेने से मना नहीं किया. उन्होंने खुशी-खुशी सबके साथ फोटो खिंचवाए.