नरेंद्र मोदीजी को भी पसंद आयी गुरलीन की आइडिया; आज सालाना करती है 1 करोड़ रुपये का बिजनेस

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आजकल हर कोई पढ़ना चाहता है और अच्छे कर्म करना चाहता है. वह एक अच्छा जीवन जीना चाहता है, जीवन में सफल होना चाहता है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो पढ़-लिखकर भी कुछ ऐसा कर जाते हैं, जिनके उदाहरण दुनिया सदियों तक याद रखती है. 23 साल की गुरलीन चावला ने सभी को हैरान करने के लिए कुछ न कुछ किया है.

हालांकि गुरलीन पेशे से कानून की छात्रा हैं, लेकिन उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ स्ट्रॉबेरी की खेती कर एक मिसाल कायम की है. खुद प्रधानमंत्री ने गुरलिन के काम की तारीफ की है. आइए जानें गुरलीन चावला की सफलता की कहानी.

गुरलीन चावला मूल रूप से उत्तर प्रदेश के झांसी की रहने वाली हैं. 31 जनवरी को ‘मन की बात’ नामक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने गुरलीन चावला के काम की सराहना की. 23 वर्षीय गुरलीन झांसी में कानून की छात्रा है. गुरिल्ला जिस जगह रहते हैं वह बहुत गर्म है, लेकिन फिर भी गुरिल्ला ने स्ट्रॉबेरी की खेती कर सभी को हैरान कर दिया है.

गुरलीन ने घर पर और बाद में अपने खेत में अपनी पहली स्ट्रॉबेरी की खेती का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया, और उनका मानना ​​है कि स्ट्रॉबेरी को ज़ांज़ीबार में भी उगाया जा सकता है. गुरलीन पुणे के एक प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज से एलएलबी कर रही थी.

स्ट्रॉबेरी खाने की शौकीन गुरलीन ने शुरुआत में अपने घर के गमलों में स्ट्रॉबेरी के कुछ पौधे रोपे. अच्छे परिणाम मिलने के बाद उन्होंने अपने पिता के फार्म हाउस में करीब डेढ़ एकड़ जमीन पर स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की. गुरलीन की हरकत देखकर हर कोई हैरान रह गया.

गुरलीन को स्ट्रॉबेरी की खेती करते देख अन्य किसान भी उसकी ओर आकर्षित हो गए. तब से, सरकार स्ट्रॉबेरी महोत्सव के माध्यम से किसानों को स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. झांसी में पहली बार स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत 17 जनवरी को हुई थी.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी ने भी गुरलीन के काम की सराहना की. उन्होंने कहा कि झांसी में स्ट्रॉबेरी का उत्पादन और यहां हो रहा स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल किसी चमत्कार से कम नहीं है. बुंदेलखंड को लेकर राज्य और देश की धारणा बदलने में यह महोत्सव अहम भूमिका निभाएगा.

प्रधानमंत्री मोदीजी ने भी गुरलीन चावला के अनूठे काम की सराहना की है. पीएम मोदीजी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में झांसी में चल रहे स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का जिक्र किया, लेकिन गुरलीन चावला के प्रयासों की भी सराहना की. प्रधानमंत्री मोदीजी ने कहा, ‘मेरे प्यारे देशवासियों, अगर मैं आपसे बुंदेलखंड की बात करूं तो आपके दिमाग में क्या आएगा? इतिहास में रुचि रखने वाले लोग इस क्षेत्र को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई से जोड़ेंगे. कुछ इसे सुंदर और शांत पाएंगे. कुछ लोगों को इस क्षेत्र में भीषण गर्मी याद हो सकती है, लेकिन इन दिनों यहां कुछ अलग हो रहा है, जो इतना रोमांचक है कि आपको इसके बारे में पता होना चाहिए.

मन की बात में पीएम मोदीजी ने आगे कहा, ‘झाशी में महीने भर चलने वाला स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल अभी शुरू हुआ है. स्ट्रॉबेरी और बुंदेलखंड सभी को हैरान कर सकते हैं, लेकिन यह सच है. बुंदेलखंड में अब स्ट्रॉबेरी की खेती फल-फूल रही है, जिसमें झांसी की बेटी गुरलीन चावला प्रमुख भूमिका निभा रही हैं.

आज गुरलीन चावला खेती कर लाखों लोगों के लिए मिसाल बन गई है. गुरलिन की सफलता की कहानी को लेकर आज चर्चाएं जोरों पर हैं. गुरलीन चावला अपने नए विचारों और मेहनत से लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं. उनकी कहानी में सभी को प्रेरित करने की ताकत है.

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