जब से मोबाइल वॉलेट और अन्य डिजिटल भुगतान सिस्टम की शुरुआत हुई है. लोग कैश साथ रखना लगभग भूल ही चुके हैं. मोबाइल रिचार्ज हो या फिर बिजली बिल भुगतान या फिर किराने का सामान और लगभग कई अन्य लेनदेन सभी मोबाइल ऐप का उपयोग करके किए जाते हैं. इसी तरह का एक फोन पे मोबाइल एप्लिकेशन भी सुविधा प्रदान करता है. आज हम आपको फोन पे के फाउंडर समीर निगम की सफलता की कहानी बताने जा रहे है.
समीर निगम जीवनी
फोनपे की स्थापना साल 2015 में समीर निगम ने करी थी और वर्तमान में समीर निगम इसके सीईओ के रूप में कार्यरत हैं. समीर निगम ने फ्लिपकार्ट में इंजीनियरिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में भी काम भी करा हुआ है साल 2009 में समीर निगम ने अपनी पहली कंपनी माइम360 शुरू करी थी. इस कंपनी का काम सामग्री के मालिकों को सामग्री प्रोवाइडर्स से जोड़ना था.
इस तरह करी थी शुरुआत
इससे पहले समीर शॉपजिला में सर्च प्रोडक्ट डेवलपमेंट के निदेशक थे. माइम360 एक ऑनलाइन सोशल मीडिया डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म कंपनी थी. समीर ने इस कंपनी की स्थापना साल 2009 में की थी. जिसे फ्लिपकार्ट ने खरीद लिया था. उसके बाद समीर ने साल 2015 में अपना मोबाइल वॉलेट ऐप फोन पे शुरू करा था.
उन्होंने अपने दो दोस्तों राहुल चारी और बुर्जिन इंजीनियर की मदद से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस पर आधारित एक ऑनलाइन भुगतान सॉफ्टवेयर बनाने की अवधारणा पेश की. उसके बाद साल 2016 में कंपनी का यह आवेदन ऑनलाइन हो गया. ये कंपनियां यूजर्स के लिए 11 से ज्यादा भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हैं.
अब करोड़ों के है मालिक समीर निगम
समीर निगम के पास 17.7 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है. जब देश में साल 2016 का व्यक्त नोटबंदी हुई थी. उस समय फोन पे लोगों के लिए काफी फायदेमंद रहा था. लोगों के पास उस समय यूपीआई जैसा विकल्प बहुत कम था. उस समय, लोगों ने सोचा कि दिन भर एटीएम और बैंकों में लंबी कतारों में खड़े रहने की तुलना में बेहतर है यूपीआई ऐप का उपयोग करे. जो फोन पे जैसे ऐप्स को काफी ऊंचाई तक ले जाने में काफी मददगार साबित हुआ.