वजीर एक्स आज के समय में काफी ज्यादा चर्चा में है. वजीर एक्स एक क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज है. लगभग दो साल पहले तक वजीर एक्स के बारे में कोई भी नहीं जानता था. मगर आज इसका नाम भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज में शामिल हो चूका है.
मुंबई में रहने वाले 35 वर्षीय निश्चल शेट्टी ने बिलकुल भी नहीं सोचा था कि उनका क्रिप्टो स्टार्टअप इतनी तेजी से बढ़ने लगेगा. वजीर एक्स के सीईओ और को-फाउंडर निश्चल शेट्टी ने इसकी शुरुआत साल 2018 में करी थी. वजीर एक्स पर ट्रेडिंग वॉल्यूम 35,000 करोड़ रुपये प्रति माह तक पहुंच चुकी है.
वजीर एक्स की शुरुआत किस तरह हुई
निश्चल शेट्टी का कहना है कि साल 2017 में मैंने बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के बारे में सोचा था. फिर उस समय मैं एक भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज में गया था, मगर वह प्लेटफार्म इतना ज्यादा धीमा और अराजक था कि मुझे एक सप्ताह लग गया.
तब तक बिटकॉइन की वैल्यू भी काफी बढ़ चुकी थी और मैं निवेश नहीं कर सका था. तभी मुझे एक व्यवस्थित क्रिप्टो एक्सचेंज की आवश्यकता महसूस हुई, फिर इसके बाद मैंने इस पर काम करना शुरू कर दिया. मैंने करीब 10 लोगों की एक टीम बनाई और लगभग 2 महीने में वजीर एक्स तैयार किया. अब हमारे पास लगभग 150 लोगों की एक टीम है.
क्रिप्टो काउंसिल का गठन करा गया
निश्चल के मुताबिक भारत समेत दुनिया में इस समय क्रिप्टोकरेंसी को लेकर काफी भ्रम है. खासकर भारत जैसे देश में बैन को लेकर भारतीय निवेशकों में काफी डर है. इसके लिए हम निवेशकों और सरकार को क्रिप्टो मार्केट और क्रिप्टोकरेंसी की अहमियत बता रहे हैं.
निश्चल का कहना है कि वर्तमान में देश के कई एक्सचेंजों ने क्रिप्टो को लेकर भ्रम को दूर करने के लिए एक साथ क्रिप्टो काउंसिल का गठन करा है. जहां इस परिषद ने क्रिप्टो के खनन, हस्तांतरण और व्यापार के संबंध में दिशानिर्देश तैयार करे गए हैं और हम उसका पालन भी कर रहे हैं.
इंटरनेट की तरह ही क्रिप्टो बाजार में आएगी क्रांति
निश्चल का मानना है कि आने वाले समय में इंटरनेट की तरह क्रिप्टो की दुनिया में भी क्रांति होगी. अभी धीरे-धीरे दुनिया भर के लोग इसके प्रति काफी ज्यादा जागरूक हो रहे हैं और तरह-तरह के कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं और हम लोगों को जागरूक करने के लिए शिक्षा की पहल भी कर रहे हैं. जहां उन्हें इसके बारे में विस्तार से बताया गया है.