भाग्य बदलने के लिए धन के साथ-साथ साहस और हिम्मत की भी आवश्यकता होती है. जतिन आहूजा की भी कुछ ऐसी ही कहानी है. जतिन ने कम उम्र में ही मुनाफा कमाने की ओर बढ़ना शुरू कर दिया था. सिर्फ 10 साल की उम्र में उन्होंने एक दोस्त को 3 रुपये का पेन बेचकर पहला मुनाफा कमाया था.
इस तरह करी थी शुरुआत
उन्होंने साल 2005 में अपना पहला लाभदायक सौदा करा था, जब उन्होंने मुंबई बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुई मर्सिडीज की मरम्मत की और उसे 25 लाख में बेच दिया, यहीं से उनके कारोबार में कमाई का धंधा शुरू हो गया. उन्होंने कार के साथ नए मोबाइल नंबर पर भी ध्यान दिया. साल 2006 में फैंसी मोबाइल नंबरों की मांग को देखते हुए उन्होंने 1200 सिम कार्ड 99999 की एक श्रृंखला खरीदी, जिसमें उन्होंने 24 लाख का कारोबार करा.
चेक करके ही बेचते है गाड़ियां
आज के वक्त में उनके पास रेंज रोवर, लैंबोर्गिनी, बीएमडब्लू जैसी बहुत सी लग्जरी गाड़िया है. गुड़गांव में जतिन के शोरूम पर नजर डालें तो, आपको 50 लाख से लेकर 4 करोड़ तक की गाड़ियां मिल जाएगी.
उनकी कंपनी का एक सख्त नियम है, कि वह सभी ग्राहकों को ऐसी कार ही बेचते होते हैं, जो अच्छी स्थिति में होती है. जिसे देखकर कोई भी ऐसा नहीं कह सकता कि यह कोई पुरानी कार है. जतिन का ऐसा भी कहना है कि उनकी कंपनी लगभग 150 बार चेक करने के बाद ही कार ग्राहक को बेचती है.
लॉन्च कर दी खुद की कंपनी
वर्ष 2007 में उनकी कमाई का आंकड़ा 2 करोड़ से भी ज्यादा तक पहुंच गया था, फिर जिसके बाद उन्होंने मैगस कार्स लिमिटेड कंपनी शुरू की और दुनिया भर से नई कारें खरीदकर भारत में नई कारों की बिक्री शुरू कर दी.
साल 2009 में, उन्होंने बिग बॉय टॉयज कंपनी लॉन्च कर दी. महज 32 साल की उम्र में वे मशहूर रिटेल ब्रांड बिग बॉय टॉयज के मालिक बन गए थे. बीबीटी कंपनी ने महज एक साल में 6 करोड़ से ज्यादा की कमाई की. आज के समय में उनकी बिग बॉय टॉयज कंपनी 100 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर रही है.