बेटे के सुझाए स्मार्ट आइडिया पर पिता ने किया काम, सिर्फ चार महीने में ही कमाए 4 करोड़ रुपये

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कहा जाता है कि प्रतिभा उम्र के अधीन नहीं होती. आज की दुनिया में किसी की उम्र के हिसाब से अपनी क्षमताओं को तौलना व्यर्थ होगा. तकनीकी क्रांति आज के बच्चों ने बहुत कम उम्र में ही सब कुछ सीख लिया होगा, जिसे हासिल करने में पुरानी पीढ़ी को कई साल लग जाते थे. आज की कहानी एक ऐसे शख्स की सफलता के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसने चंडीगढ़ के एक हार्डवेयर स्टोर से अपने बिजनेस की शुरुआत की थी. वह पिछले 15 साल से चंडीगढ़ में पम्पिंग का धंधा कर रहा है लेकिन आज ज्यादातर दुकानदार इसे पुराने ढंग से करते हैं.

सुबह से शाम तक दुकान पर आने वाले खरीदार ही कारोबार चलाते हैं. लेकिन उस आदमी के 14 साल के बेटे ने, जो खुदरा कारोबार में बड़े मौके की तलाश में था, अपने पिता को एक सलाह दी. पहले तो पिता को लड़के का सुझाव अजीब लगा, लेकिन कुछ ही महीनों में वह जाने-माने व्यवसायियों की सूची में शामिल होने लगा.

यह कहानी है के.एस. कुछ महीने पहले भाटिया की सफलता के बारे में कोई नहीं जानता था, लेकिन आज उनकी व्यावसायिक सफलता की चर्चा गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की जुबान पर है. भाटिया पिछले 15 साल से पंपिंग कारोबार में सक्रिय हैं. उन्होंने हाल ही में पम्पकार्ट डॉट कॉम लॉन्च करके देश भर के 50 से अधिक शहरों में अपने कारोबार का विस्तार किया है.

अपने जन्मदिन पर भाटिया के 14 वर्षीय बेटे को ऑनलाइन पंप बेचने का विचार आया और उसने एक पम्पकार्ट डोमेन भी बुक किया. पुराने पारंपरिक तरीके से खरीदारी करने वाले भाटिया को पहले तो यह विचार अजीब लगा, लेकिन जब उनके बेटे ने इसे समझाया, तो उन्हें इसकी शक्ति का एहसास हुआ.

भाटिया का कहना है कि शुरू में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हमने पहले पंप एकत्र किए और फिर उन्हें इंटरनेट पर बेचना शुरू किया. धीरे-धीरे लोगों का विश्वास हासिल हुआ और आज हम देश के 50 से अधिक शहरों में पहुंच चुके हैं.

सिर्फ चार महीने पहले लॉन्च किया गया, पम्पकार्ट डॉट कॉम अब देश भर के 50 से अधिक शहरों में सेवा प्रदान करता है, 20 से अधिक कंपनियों के साथ सौदों पर हस्ताक्षर करता है. पानी के पंपों की बिक्री से लेकर फिटिंग तक ग्राहकों को एक बटन के क्लिक पर मिल रही है. पम्पकार्ट ग्राहकों की समस्याओं को दूर करने के लिए कैश ऑन डिलीवरी और ईएमआई जैसी उन्नत सुविधाएँ भी दे रहा है. इतना ही नहीं, कंपनी ने हाल ही में पम्पकार्ट के विशेष आउटलेट भी खोले हैं और निकट भविष्य में देश के कई चुनिंदा शहरों में खुलने वाले हैं.

“हम अपनी वेबसाइट पर सभी प्रकार के पानी के पंप बेचते हैं. हमारी वेबसाइट भारत में सबसे बड़ी पंप बेचने वाली वेबसाइटों में से एक है.” निवेशकों से पैसा मिलने के बाद भाटिया अब भारतीय बाजार में अपना खुद का ब्रांड लॉन्च करना चाहते हैं.

कायदे से, भाटिया ने कुछ भी नया नहीं किया, केवल अपने इंटरनेट और तकनीक का इस्तेमाल अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए किया. आज भी हमारे देश में कई ऐसे दुकानदार हैं जो अपने बिजनेस को बढ़ाने का सपना देखते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता है कि उनके बिजनेस को बढ़ाने की सबसे बड़ी चाबी उनकी जेब में है. वर्तमान युग में इंटरनेट का उचित उपयोग कर कोई भी व्यक्ति न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने व्यवसाय को बढ़ा सकता है.

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