राकेश झुनझुनवाला ने 5000 रुपये से शुरुआत कर 46 हजार करोड़ साम्राज्य कैसे खड़ा किया ?

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भारत के मशहूर निवेशक और अकासा एयरलाइंस के सह-संस्थापक राकेश झुनझुनवाला का 62 वर्ष की आयु में निधन हो चूका है. राकेश झुनझुनवाला एक ऐसा नाम था जो शेयर बाजार के वॉरेन बफ के नाम से जाना जाता है. झुनझुनवाला शुरू से ही जोखिम लेने वाले निवेशकों में से एक थे. फोर्ब्स की सूची के अनुसार उन्हें दुनिया में 438वें स्थान पर रखा गया था.

5000 रुपये से शुरुआत कर 46 हजार करोड़ का खड़ा किया साम्राज्य
चार्टर्ड अकाउंटेंट की डिग्री रखने वाले राकेश झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को हुआ था. उनके पिता एक आयकर अधिकारी थे. उन्होंने कॉलेज के समय से ही शेयर बाजार में निवेश करना शुरू कर दिया था. वर्ष 1985 में 5000 रुपये से अपना निवेश शुरू किया.

एक इंटरव्यू में राकेश ने बताया था कि दोस्तों के साथ शेयर बाजार पर अपने पिता की चर्चा सुनने के बाद, उन्हें शेयर बाजार में दिलचस्पी होने लगी. उनके पिता उन्हें नियमित रूप से समाचार पत्र पढ़ने के लिए कहते थे अखबारों की खबरें शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव दिखाती हैं. फोर्ब्स के अनुसार, वर्तमान में उनकी कुल संपत्ति 5.8 अरब डॉलर है.

पोर्टफोलियो में है 31 हजार करोड़ से ज्यादा के 32 शेयर हैं
राकेश झुनझुनवाला एंड एसोसिएट्स के पास सार्वजनिक रूप से 32 स्टॉक हैं, जिसकी कीमत 31,904.8 करोड़ रुपये है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक इनमें टाइटन कंपनी, मेट्रो ब्रांड्स, टाटा मोटर्स, स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी, फोर्टिस हेल्थकेयर, टाटा कम्युनिकेशंस जैसे शेयर शामिल हैं. उनकी सबसे मूल्यवान सूचीबद्ध होल्डिंग घड़ी और आभूषण निर्माता टाइटन है, जिसका मूल्य लगभग 11,000 करोड़ रुपये है.

इस तरह बदल गई किस्मत
जब उनके पिता ने झुनझुनवाला को निवेश के लिए पैसे देने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने अपने भाई के दोस्तों से पैसे उधार लिए और बैंकों की तुलना में अधिक रिटर्न के साथ पूंजी वापस करने का वादा किया. उन्होंने 1986 में टाटा टी स्टॉक में निवेश करके अपना पहला बड़ा लाभ कमाया. टाटा टी के 5,000 शेयर 43 रुपये प्रति शेयर के भाव से खरीदे और 3 महीने के भीतर शेयर बढ़कर 143 रुपये हो गया और तीन गुना से ज्यादा मुनाफा कमाया.

उन्होंने तीन साल में 20-25 लाख रुपये कमाए और इस तरह उनकी किस्मत बदल गई. इसके बाद झुनझुनवाला ने प्राज इंडस्ट्रीज, अरबिंदो फार्मा, टाइटन, क्रिसिल, सेसा गोवा, और एनसीसी में निवेश कर भारी मुनाफा कमाया.

आकासा के माध्यम से कम लागत वाले एयरलाइन क्षेत्र में रखा कदम
अपनी उम्र के अंतिम चरण में, राकेश झुनझुनवाला ने विमानन क्षेत्र के सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में से एक में भी कदम रखा था. उनकी कम लागत वाली एयरलाइन आकासा की पहली उड़ान 7 अगस्त 2022 को शुरू हुई थी. आकासा की पहली व्यावसायिक उड़ान मुंबई से अहमदाबाद के लिए उड़ान भरी. झुनझुनवाला ने आकासा में सबसे बड़ा निवेश करा है. उनकी कंपनी में 40 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है झुनझुनवाला की योजना आकासा के जरिए कम कीमत पर हवाई सेवा मुहैया कराने की रही है.

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