आज हम एक ऐसे स्टार्टअप के बारे में बात करेंगे जिसकी शुरुआत व्हाट्सप्प से हुई थी. ज्यादातर लोग व्हाट्स एप का इस्तेमाल चैटिंग के लिए करते हैं. मगर एक शख्स ने सोशल एप को अपने कारोबारी हथियार के तौर पर इस्तेमाल करा. और 210 करोड़ से भी ज्यादा की कंपनी खड़ी कर दी. जो की आज डंजो नाम से मशहूर हैं.
क्या काम करता है डंजो एप
डंजो एक हाइपर लोकल डिलीवरी ऐप है. जिसका प्रधान कार्यालय बैंगलोर है. वर्तमान में कंपनी की सेवा बैंगलोर, हैदराबाद, पुणे, दिल्ली, गुरुग्राम शहरों में मौजूद है. डंजो एक डिलीवरी ऐप है जिसके जरिए आप घर का कोई भी सामान मंगवा सकते हैं. जैसे खाना, किराना, फल, सब्ज़ियाँ आदि आप तक एक विशिष्ट वस्तु पहुँचाने का काम करते हैं. अगर आप घर पर चाबी, चार्जर भूल गए हैं तो इस ऐप के जरिए ऑर्डर कर सकते हैं. यह आपको पिक एंड ड्रॉप कर देगा. यदि आप फोटोकॉपी या प्रिंटआउट चाहते हैं तो डंजो भी यह काम कर देगा.
ऐसे हुई थी डंजो कम्पनी की शुरूआत
“कबीर विश्वास” कंपनी के सीईओ और सह-संस्थापक हैं. कबीर अपने पिता के व्यवसाय में मदद कर रहा था. उन्होंने एमबीए पूरा किया. उसके बाद एयरटेल के साल्से एंड कॉस्टमर विभाग में नौकरी की. उसके बाद कबीर को लगा कि उसे अपना कुछ करना चाहिए. और अपना स्टार्टअप हॉपर शुरू किया लेकिन बाद में हाइक ने खरीद लिया.
डंजो कंपनी का आइडिया उन्हें तब आया जब वह गुरुग्राम में रह रहे थे. उस समय ऐसी बहुत सी बातें थीं. जो करने की जरूरत होती थी. मगर उसे यह पसंद नहीं करते होते थे. इसके लिए वह टू-डू लिस्ट तैयार करते होते थे. फिर वीकेंड के अंत में सारा सामान घर-घर पहुंचाया करते थे. कबीर के मन में बार-बार आता था कि वह केवल एक टू-डू लिस्ट बना ले. और उनके लिए यह काम कोई और कंपनी करे.
व्हाट्सप्प से हुई थी शुरुआत
इस आइडिया को अमल में लाने के लिए उन्होंने एक व्हाट्सप्प ग्रुप बनाया. जिसमें कबीर ने लोगों से कहा कि वे इस ग्रुप में से जुड़े और उन्हें काम का जिम्मा दें. जिसे वे पूरा कर सकते हैं. फिर इसके बाद कई महीनों तक वे दिन-रात लोगों के कार्यों को पूरा करते रहे और अधिक चीजों को समझने की कोशिश करते रहें.
कबीर ने खुद बाजार में घुसकर काम शुरू करा था. उसके बाद उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर जुलाई 2015 में एक ऐप लॉन्च कर दिया. धीरे-धीरे, डंजो के विकास के साथ, बैंगलोर के अन्य हिस्सों में भी इसका विस्तार होने लगा. क्योंकि ग्राहक को उनकी सर्विस काफी ज्यादा पसंद आ रही थी. इस वजह से एक बार जो लोग डंज़ो की सेवा लेते थे, वे आकर्षित होने के साथ-साथ अपने दोस्तों को भी सचमुच सलाह देते थे. इस वजह से मार्केटिंग में लागत न के बराबर थी.
गूगल द्वारा डंजो में फंडिंग
उस समय हाइपर लोकल स्टार्टअप में कई मिलियन डॉलर का निवेश करा गया था. और फिर ये सभी स्टार्टअप डूब चुके थे. इसलिए कबीर को इतना अच्छा रिस्पोंस के बाद भी निवेश नहीं मिला था. फिर साल 2017 में गूगल ने डंजो के सीरीज बी पार्ट में राउंड लिया और करीब 12.3 मिलियन डॉलर का निवेश कर दिया.