शादी के बाद बिना कोचिंग किये, इंटरनेट की मदद से की पढाई, 355वी रैंक हासिल कर बनीं IAS अधिकारी

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देश में कई प्रतिभाशाली युवा हैं जो हर मुश्किल काम को खुद ही आसान बनाकर अपनी प्रतिभा साबित करते हैं. जहां आज के युग में हजारों-लाखों रुपये खर्च कर युवा संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कोचिंग के जरिए करते हैं.

UPSC परीक्षा में सफलता और सिविल सेवा में शामिल होना देश के अधिकांश युवाओं का सपना होता है. इससे साबित होता है कि यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारी की आड़ में देश के प्रमुख शहरों में कोचिंग संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं. आईएएस-आईपीएस बनने का सपना लेकर हर कोई इन संस्थानों में जाता है, लेकिन हर कोई उस सपने को पूरा नहीं कर पाता.

लोगों के मन में यह बात बैठ गई है कि इन संस्थानों में प्रवेश लिए बिना यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा पास नहीं की जा सकती, लेकिन अनुकृति शर्मा ने इसे गलत साबित कर दिया है. यूपीएससी परीक्षा के लिए उम्मीदवार कड़ी मेहनत करते हैं.

कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद उम्मीदवार इस कठिन परीक्षा में सफल होते हैं. अनुकृति शर्मा उन लोगों को प्रेरित कर सकती हैं जो लंबे समय की तैयारी के बाद धैर्य खोने लगते हैं. अनुकृति कम उम्र से ही आईपीएस ऑफिसर बनना चाहती थीं, लेकिन कम उम्र में ही उन्होंने शादी कर ली. जयपुर की अनुकृति शर्मा ने न तो कोचिंग ज्वाइन की और न ही किसी टेस्ट में भाग लिया. लेकिन उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने के अपने सपने को पूरा किया.

वहीं अनुकृति शर्मा ने इंटरनेट के जरिए पढ़ाई करके ही यह मुकाम हासिल किया है. यह प्रदर्शन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि देश में सरकारी नौकरियों में सबसे लोकप्रिय भारतीय प्रशासनिक सेवा (भारतीय प्रशासनिक सेवा) है. यह सब पैसे, प्रसिद्धि, स्थिति और शक्ति के बारे में है. लेकिन सबसे पहले देश की सिविल सेवा परीक्षा पास करना सबके बस की बात नहीं है.

कई छात्र कठिन परिस्थितियों में हार मान लेते हैं और अपने सपनों में पिछड़ जाते हैं. शादी के बाद ज्यादातर महिलाएं धीरे-धीरे करियर और पढ़ाई से दूर हो जाती हैं. शादी के बाद परिवार की जिम्मेदारियां इतनी बढ़ जाती हैं कि उन्हें अपने सपनों को छोड़ना पड़ता है. बहुत कम महिलाएं होती हैं जो शादी के बाद अपने सपनों को छोड़ पाती हैं.

अनुकृति शर्मा जो भारत के संविधान को भी नहीं जानती थीं. साइंस में बैकग्राउंड वाला यह टॉपर रिसर्च के लिए विदेश गया था. लेकिन मेरे मन में कहीं न कहीं एक घटना थी कि विदेश से लौटने के बाद भी चार्टर्ड ऑफिसर बनने की लालसा मेरे दिमाग से नहीं निकली. विदेश से लौटने की तैयारी की और फिर चौथे प्रयास में यूपीएससी पास की. अनुकृति ने इसके लिए किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया.

एक शख्स अपने कॉलेज के बाहर चाय बेचता था. 14 साल की उम्र में उन्होंने अपनी बेटी से शादी कर ली. जब अनुकृति को इस बात का एहसास हुआ, तो उन्हें एहसास हुआ कि उनके पास कितना विशेषाधिकार है. उन्हें बहुत कुछ मिला है. अगर उसे अपने सपनों को पूरा करने का मौका मिलता है, तो वह कुछ किए बिना नहीं खो सकती.

अनुकृति ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जयपुर के इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल से पूरी की. बाद में उन्होंने भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान, कोलकाता से भूवैज्ञानिक विज्ञान बीएसएमएस में डिग्री के साथ स्नातक किया. नकल ने जाल भी तोड़ा. इसके बाद वह पीएचडी करने के लिए अमेरिका चली गईं. यहां से लौटने के बाद अनु ने शादी कर ली. ज्यादातर लड़कियों का यहीं पड़ाव होता है. शादी के बाद उन्हें या तो घर की देखभाल करनी होगी या फिर जिस क्षेत्र में उन्होंने शिक्षा प्राप्त की है, उसमें काम करना होगा, लेकिन नकल के मामले में ऐसा नहीं था.

यही कारण है कि वह बिना कोच लिए या टेस्ट टेस्ट में भाग लिए अपनी मंजिल पर पहुंच गई. आप जिस विषय को खोजना चाहते हैं, उसके बारे में जानकारी के लिए आप इंटरनेट पर खोज कर सकते हैं. इसके अलावा, नकली प्रेरक वीडियो को सफलता की कुंजी माना जाता है क्योंकि वे निराशा के दिनों से बाहर निकलने में मदद करते हैं.

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