ऑक्सिजो फाइनेंशियल सर्विसेज ने सीरीज ए में 1 अरब डॉलर के मूल्यांकन में 20 करोड़ डॉलर जुटाए हैं. यह इसे किसी भारतीय स्टार्टअप द्वारा पहले दौर में अभी तक का सबसे बड़ा धन उगाहने वाला बनाता है. ऑक्सिजो फाइनेंशियल सर्विसेज आज 100 मिलियन डॉलर की कंपनी बन चुकी है. इस कंपनी की शुरुआत एक भारतीय कपल ने की थी. ऑफबिजनेस और ऑक्सिजो की शुरुआत भारतीय जोड़ी आशीष मोहापात्रा और रूचि कालरा ने करी थी.
यह है बिजनेस के बारे में जानकारी
रूचि कालरा और आशीष मोहापात्रा ने मिलकर दो स्टार्टअप को यूनिकॉर्न बनाया है. ऑक्सिजो ने एक ऑफ-बिजनेस लेंडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में शुरुआत करी थी, जो विनिर्माण और उपठेकेदार जैसे क्षेत्रों में एसएमई के लिए नई सामग्री खरीदने के लिए नकदी प्रवाह और कार्यशील पूंजी का वित्तपोषण करता है. इस कंपनी ने अपने उत्पाद रेंज में विविधता लाई और मिड-कॉर्पोरेट, एसएमई, साथ ही नई-अर्थव्यवस्था कंपनियों को शामिल करने के लिए ग्राहक आधार का विस्तार करा था.
रूचि कालरा का रिकॉर्ड
कालरा एक बहुत ही लाभदायक फिनटेक यूनिकॉर्न की भारतीय महिला संस्थापकों में से एक बन चुकी है. कालरा इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस और आईआईटी-दिल्ली की पूर्व छात्रा रह चुकी हैं. वह ऑफ-बिजनेस में एक वित्तपोषण व्यवसाय चला रही है साल 2015 में पति आशीष महापात्रा और अन्य के साथ ऑफबिजनेस की सह-स्थापना करने से पहले वह मैनेजमेंट कंसल्टिंग दिग्गज मैकिन्से में पार्टनर थीं.
आशीष मोहापात्रा का करियर
महापात्रा मैकिन्से में एंगेजमेंट मैनेजर भी रह चुके थे और मैट्रिक्स पार्टनर्स में हेल्थकेयर इन्वेस्टमेंट लीड के रूप में भी काम करा हुआ है. जुटाई गई धनराशि का उपयोग ऑक्सीज़ो की आपूर्ति श्रृंखला बाजार को बढ़ाने, एसएमई क्षेत्र के लिए इनोवेटिव निश्चित आय उत्पादों को लॉन्च करने और व्यापक डिजिटल वित्तीय सेवाओं को व्यवस्थित और अकार्बनिक रूप से विस्तारित करने, डेब्ट कैपिटल मार्केट और प्रतिभूतियों सहित अन्य शुल्क इनकम बिजने लाइनों को बढ़ाने के लिए करा जाएगा.