7 सितंबर 1994 को दिल्ली के जोहरीपुर गांव में अमित भडाना का जन्म हुआ था. फिर उन्होंने लॉ की पढ़ाई करी. अमित को बचपन से ही लोगों को एंटरटेन करना और हंसाना बहुत ज्यादा पसंद था. एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले अमित ने वर्ष 1999 में अपने पिता को खो दिया. अमित बहुत छोटा था जब उनके पिता की मृत्यु हो गई थी. अमित के चाचा और अमित की दादी ने ही उन्हें पाला था.
ऐसे शुरु हुआ था सफलता का सफर
स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, अमित ने लॉ कॉलेज में प्रवेश लिया. अपने वेकेशन के दौरान अमित ने एक वीडियो बनाकर पेसबुक पर डाल दिया. लोगों को अमित का ये वीडियो बहुत पसंद आया. इसके बाद अमित ने लगातार फेसबुक पर वीडियो अपलोड करते गए. फिर अमित ने ऐसा कंटेंट बनाने का फैसला करा जिसे पूरा परिवार बैठकर देख सके. अमित के हरियाणवी भाषा में बनाए हुए वीडियो भी को लोगों को खूब पसंद आए. आज उनके यूट्यूब चैनल के करीब 24 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं.
दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित हुए अमित
अमित ने देशी अंदाज में कई वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करे. जो लोगो को बहुत ज्यादा पसंद आए. आज के समय में अमित के चैनल पर वीडियो अपलोड करते ही वीडियो ट्रेंड करने लगता है. वीडियो के व्यूज लाखों आ जाते में हैं. उनकी लोकप्रियता का ही नतीजा है कि अमित भड़ाना को दादा साहब फाल्के अवॉर्ड में यूट्यूब क्रिएटर ऑफ इंडिया के खिताब से नवाजा जा चूका है.
अमित कहते हैं कि आज मेरा चैनल काफी ज्यादा पॉपुलर हो चूका है मगर यह रातोंरात नहीं हुआ है. इसके पीछे काफी सालों की मेहनत लगी है. बहुत समय मेहनत करने के बाद ही सफलता मिली है. यदि आपमें काबिलियत है तो फिर आप एक साधारण सी चीज को भी लोकप्रिय बना सकते हैं.
10 साल पहले सफर करा था शुरू
अमित ने अपना यूट्यूब चैनल साल 2012 में शुरू करा था. उस समय वह यूट्यूब पर ज्यादा एक्टिव नहीं थे. शुरुआत में एक्सपीरियंस के लिए एक वीडियो डाला और इस वीडियो में लोगों का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था. उसके बाद अमित अपने दोस्तों के साथ वीडियो बनाने लगे. इतना ही नहीं अमित भड़ाना अब एक ब्रांड भी बन गए हैं. अमित की फैन फॉलोइंग भी इतनी है कि बॉलीवुड के कई दिग्गज भी फेल हो चुके हैं.