आपने कभी न कभी यह देखा और सुना होगा कि लोग करोड़ों की नौकरी छोड़कर एक छोटा सा व्यवसाय शुरू कर देते हैं. ऐसा करने का यह कारण की है लोगों का दिमाग उस नौकरी में नहीं लग रहा होता है और वे दिल से काम नहीं कर रहे होते हैं. काम में मन लगाना बहुत जरूरी है क्योंकि इसके जरिए कोई भी व्यक्ति अपने काम में बेहतरीन आउटपुट दे पाता है. कुछ ऐसी ही कहानी है श्रीनिवास गोंडा की जिसने एक आईटी कंपनी में लाखों का पैकेज छोड़कर गधी का दूध बेचना शुरू किया.
शुरुआत में नहीं मिला था किसी का साथ
कर्नाटक के मेंगलुरु में रहने वाले श्रीनिवास गौड़ा ने आईटी सेक्टर की नौकरी छोड़कर गधी के दूध का कारोबार किया. आज के समय में यह युवक खूब मुनाफा भी कमा रहा है. उन्होंने 20 गधी से डंकी मिल्क फार्म शुरू किया है. इसके लिए श्रीनिवास गौड़ा ने 42 लाख रुपये का निवेश करा.
श्रीनिवास गोंडा एक आईटी कंपनी में काम करते थे. वह अपनी नौकरी छोड़ना चाहते थे क्योंकि उन्हें नौकरी में कोई दिलचस्पी नहीं थी और अपने व्यवसाय के बारे में सोच रहे थे. श्रीनिवास गोंडा ने बहुत सोचा और आखिर में गधी का दूध बेचने लगा. श्रीनिवास गोंडा ने बताया कि शुरुआत में जब उन्होंने यह आइडिया लोगों को बताया तो किसी ने भी उनका साथ नहीं दिया था मगर वे नहीं रुके और काम की नींव रखी.
गधी के दूध बेचकर कर चुके है 17 लाख से ज़्यादा की कमाई
श्रीनिवास ने नौकरी छोड़ने के बाद सबसे पहले दक्षिण कन्नड़ जिले में अपना डंकी फार्म की शुरुआत करी. उन्होंने कर्नाटक और भारत में पहला डोंकी फार्मिंग एंड ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत करी. हालांकि उन्होंने शुरुआत में इसमें 40 लाख रुपये का निवेश करा था. शुरू में श्रीनिवास के पास 20 गधी थी. धीरे-धीरे जैसे-जैसे उनका कारोबार फैलता गया, उन्हें एक के बाद एक दूध के ऑर्डर मिलने लगे और अब तक श्रीनिवास को 17 लाख से ज्यादा के ऑर्डर मिल चुके हैं.
श्रीनिवास गोंडा का एक यह भी सपना है कि गधी का दूध देश के हर व्यक्ति तक पहुंचे. क्योंकि इसके बहुत से फायदे होते हैं और असल में गधी का दूध एक दवा के फार्मूले पर भी काम करता है. श्रीनिवास गोंडा 30 मिलीलीटर गधी के दूध का पैकेट 150 रुपये में बेचते होते है. गोंडा की योजना कर्नाटक के कई शहरों में गधी का दूध बेचने की है जिसमें दुकानें, मॉल और सुपरमार्केट आदि शामिल हैं. उनका सपना कई ब्यूटी प्रोडक्ट कंपनियों को डंकी फार्म का दूध बेचने का भी है.