महेंद्र सिंह धोनी के साथ फोटो खिंचवाने पर एक लड़का अपनी खुशी छिपा नहीं पाया. चेन्नई और राजस्थान के बीच मैच था और इस बीच एक लड़का राजस्थान के लिए खेल रहा था। 23 वर्षीय गेंदबाज सौराष्ट्र टीम के लिए कई बार खेल चुके हैं और आईपीएल के कारण मंच पाने वाले कई अच्छे खिलाड़ियों में से एक थे. आज की कहानी चेतन सकारिया के बारे में है जिनके पास खेलने के लिए जूते खरीदने के लिए पर्याप्त पैसा भी नहीं था.
एक ऑटो चालक का बेटा आज क्रिकेट मैदान पर झंडा लहरा रहा है. कहा जाता है कि लगन और मेहनत के दम पर किसी भी मुश्किल परिस्थिति से निकलकर सफलता हासिल की जा सकती है और इस बात की पुष्टि क्रिकेटर चेतन सकारिया ने की है. गुजरात के भावनगर में जन्मे चेतन की आज क्रिकेट के मैदान पर अपने जोशीले प्रदर्शन के लिए भारत समेत पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है.
माता-पिता चेतन से कहते थे कि पढ़ाई पर ध्यान दो और इंजीनियरिंग में एडमिशन ले लो. लेकिन चेतन का सपना अलग था, उनका ध्यान क्रिकेट पर था, क्रिकेट खेलने के लिए वह अक्सर अपने माता-पिता से झूठ बोलते थे. एक दिन हुआ यू की, चेतन के मामा उसके पास आए, जब माता-पिता ने लड़के की शिकायतें गाईं, तो मामा ने उसे एक प्रस्ताव दिया. चेतन को उसके प्रशिक्षण की लागत के साथ-साथ क्रिकेट खेलने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन बदले में उसे अपने चाचा की दुकान में चेतन की मदद करनी होगी.
एक मैच के दौरान उन्होंने कोच राजेंद्र गोहिल को प्रभावित किया और गोहिल ने उन्हें अपनी अकादमी में भर्ती कराया. ट्रेनिंग खत्म हो गई और चेतन को सौराष्ट्र की अंडर-16 टीम में मौका मिल गया. लेकिन एक चोट के कारण चेतन 7-8 महीने तक क्रिकेट से दूर रहे.
यह एक कूच बिहार ट्रॉफी मैच था और चेतन ने श्रृंखला के दौरान 18 विकेट लिए और अपने करियर को दिशा दी. इस सीरीज के दौरान चेतन का ने दूसरे के जूते पहने और खेले. शेल्डन जैक्सन एक मैच के दौरान चेतन के खिलाफ खेल रहे थे. शेल्डन उस समय आईपीएल खेल रहे थे और उन्होंने चेतन से कहा कि अगर तुम मेरा विकेट ले लो तो मैं तुम्हें स्पाइक बूट दूंगा. चेतन ने उन्हें आउट किया और इस तरह उन्हें अपना पहला स्पोर्ट्स शू मिला.
चेतन की जिंदगी भी आसान नहीं था, उसके बड़े भाई ने खुदकुशी कर ली और उसके परिवार ने उसे खबर नहीं दी ताकि चेतन के खेल पर कोई असर न पड़े. लेकिन एक दिन उनकी मां का ब्रेकअप हो गया और चेतन हैरान रह गए. चेतन कहते हैं, ”मेरे परिवार ने मुझे दस दिनों तक खबर नहीं दी ताकि मेरा खेल खराब न हो जाए.” चेतन को 1.2 करोड़ रुपये में आईपीएल में शामिल किया गया है. उनके इस संघर्ष को हम और आप सब सलाम करते है, जय हिन्द..